About Book
तमन्ना उल्फत की
तमन्ना करके जिसकी तुमने ख़ुद को संवारा है,
उसकी ही उल्फत में कितनी दफा तुम्हारा दिल हारा है,
ज़रा बताओ तो सही दुनियां को कितने प्यार से
कविताओं और शायरियों के ज़रिए तुमने उसे पुकारा है।
इस पुस्तक के माध्यम से हम उन सभी लेखकों का आभार प्रकट करते है जिनका लेख इस पुस्तक में प्रकाशित हुआ है और उनके सुनहरे भविष्य की कामना करते हैं।
About Author
संकलक
डेज़ी छाबड़ा
डेज़ी एक स्वतंत्र और खुले मिजाज़ की लड़की है। कविताए लिखना इनका शौक है और इनका मानना है कि जो ये कला है तुम्हारे पास, उसे अपने तक ना रख के लोगो तक पहुंचाना ज़रूरी है। अपने विद्यालय के समय से ही इन्हे लिखना शुरु किया, The Social Tape के माध्यम से पहली बार अपनी शायरी और कविताओं को लोगो तक पहुचाने का कोशिश की तथा इस किताब के माध्यम से उन्होंने प्यार की परिभाषा कायम करने की कोशिश है।
युवराज सिंह
युवराज सिंह नई पीढ़ी के उभरते हुए शहरों में से एक अग्रणी नाम है आपकी प्रारंभिक शिक्षा अंग्रेजी माध्यम सेंट मैरी स्कूल साहिबाबाद गाजियाबाद में हुई है इसके पश्चात आपने इंजीनियरिंग की पढ़ाई सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ प्लास्टिक इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी लखनऊ से की है लखनऊ में शायरों के संगत में रहकर आपका रुझान शायरी की ओर हुआ है वहीं से आपकी शायरी और कविताओं की शुरुआत हुई है।
अभी आपकी शायरी The Social Tape के माध्यम से प्रसारित होती हैं आपकी दो किताबों कारवां यादों का और उम्मीदों के धागों में आपकी शायरी और कविताएं संग्रहित है। आप तो सभी नई पीढ़ी का प्यार और बुजुर्गों का आशीर्वाद चाहिए जिससे आप जीवन में और अधिक कामयाब होकर शायरी के क्षेत्र में अच्छा मुकाम हासिल करें।
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